Bakri Palan Yojana 2025: बकरी पालन योजना बेरोजगार युवाओं को मिलेगा 50 लाख तक का लोन और 60% तक सब्सिडी
देश में बढ़ती बेरोजगारी और ग्रामीण क्षेत्रों में सीमित स्वरोजगार के अवसरों को देखते हुए राज्य सरकार द्वारा बकरी पालन योजना (Goat Farming Scheme 2025) की शुरुआत की गई है। यह योजना न केवल ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त करने की दिशा में एक सशक्त कदम है, बल्कि इससे लाखों युवाओं को स्वरोजगार (Self Employment) का एक मजबूत साधन भी मिलेगा।

राज्य के मुख्यमंत्री द्वारा घोषित इस योजना के अंतर्गत योग्य उम्मीदवारों को 5 लाख से 50 लाख रुपये तक का ऋण (Loan for Goat Farming) दिया जाएगा। इसके साथ ही 60% तक की सब्सिडी (Goat Farming Subsidy) भी सरकार द्वारा प्रदान की जाएगी ताकि लाभार्थियों को लोन चुकाने में किसी भी प्रकार की दिक्कत न हो। खास बात यह है कि यह योजना केवल उन्हीं व्यक्तियों के लिए है जो बकरी पालन में रुचि रखते हैं या इसका अनुभव रखते हैं।
बकरी पालन योजना 2025 क्या है?
बकरी पालन योजना एक सरकारी योजना है, जिसका उद्देश्य राज्य के आर्थिक रूप से कमजोर और बेरोजगार युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रेरित करना है। योजना के अंतर्गत, लाभार्थी को बकरी पालन के लिए एक निर्धारित संख्या में बकरी-बकरा खरीदने हेतु लोन प्रदान किया जाता है। इस योजना के तहत सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों को 50% और अनुसूचित जाति/जनजाति को 60% तक की अनुदान राशि प्रदान की जाती है।
इस योजना का संचालन राज्य के पशुपालन विभाग (Animal Husbandry Department) द्वारा किया जा रहा है और आवेदन प्रक्रिया फिलहाल ऑफलाइन रखी गई है।
बकरी पालन योजना 2025 के मुख्य बिंदु (Key Points Table)
विषय | जानकारी |
---|---|
योजना का नाम | बकरी पालन योजना 2025 (Goat Farming Scheme 2025) |
शुरू करने वाला विभाग | पशुपालन विभाग, राज्य सरकार |
लाभार्थी | राज्य के बेरोजगार और गरीब नागरिक |
लोन राशि | ₹5 लाख से ₹50 लाख तक |
सब्सिडी | सामान्य वर्ग – 50%, अनुसूचित जाति/जनजाति – 60% तक |
उद्देश्य | बेरोजगारी को कम करना एवं स्वरोजगार बढ़ाना |
आवेदन प्रक्रिया | ऑफलाइन (सरकारी पशु चिकित्सालय से) |
न्यूनतम भूमि आवश्यकता | 0.25 एकड़ भूमि |
न्यूनतम उम्र | 18 वर्ष |
पशु संख्या | कम से कम 20 बकरी और 1 बकरा (या 40 बकरी, 2 बकरे) |
बकरी पालन योजना के विशेषताएं और लाभ
1. स्वरोजगार को बढ़ावा: यह योजना राज्य के युवाओं को कृषि आधारित स्वरोजगार के लिए प्रोत्साहित करती है। बकरी पालन एक लाभकारी व्यवसाय है जिसमें कम लागत में अधिक लाभ कमाया जा सकता है।
2. सब्सिडी और वित्तीय सहयोग: 50 लाख रुपये तक के ऋण पर 60% तक सब्सिडी प्रदान की जाती है, जिससे ऋण की वापसी का बोझ कम होता है और व्यापार को स्थिरता मिलती है। इसके साथ ही योजना के अंतर्गत प्रशिक्षण और तकनीकी सहायता भी दी जाती है।
Bakri Palan Yojana योजना का उद्देश्य
इस योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य में पशुपालन को बढ़ावा देना और बेरोजगार युवाओं को वित्तीय सहायता प्रदान कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। ग्रामीण क्षेत्रों में जहां कृषि के सीमित साधन हैं, वहां यह योजना ग्रामीण विकास का सशक्त माध्यम बन सकती है।
बकरी पालन योजना के लिए पात्रता (Eligibility Criteria)
आवेदक राज्य का स्थायी निवासी होना चाहिए।
न्यूनतम आयु 18 वर्ष होनी चाहिए।
आवेदक गरीब, बेरोजगार अथवा सीमांत किसान होना चाहिए।
अनुसूचित जाति/जनजाति एवं महिला उम्मीदवारों को प्राथमिकता दी जाएगी।
आवेदक के पास कम से कम 0.25 एकड़ ज़मीन होनी चाहिए।
आवेदन करने वाले के पास बकरी पालन का कुछ अनुभव या प्रशिक्षण होना चाहिए।
आवेदक का बैंक खाता आधार से लिंक होना आवश्यक है।
जिनके पास 20 या 40 बकरी पालन की क्षमता है वही पात्र होंगे।
Bakri Palan Yojana आवश्यक दस्तावेज़ों की सूची (Required Documents for Goat Farming Scheme)
आधार कार्ड
पैन कार्ड
निवास प्रमाण पत्र
आय प्रमाण पत्र
जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो)
बैंक पासबुक (आधार से लिंक)
ज़मीन के दस्तावेज़
बकरी पालन का प्रमाण पत्र (यदि उपलब्ध हो)
मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी
2 पासपोर्ट साइज फोटो
फॉर्म डाउनलोड और PDF की जानकारी
फिलहाल योजना का आवेदन फॉर्म ऑफलाइन ही उपलब्ध है, जिसे नजदीकी सरकारी पशु चिकित्सालय या ब्लॉक पशुपालन कार्यालय से प्राप्त किया जा सकता है। हालांकि, कई बार यह फॉर्म संबंधित राज्य पशुपालन विभाग की वेबसाइट पर PDF के रूप में भी उपलब्ध होता है, जिसे डाउनलोड कर प्रिंट लिया जा सकता है।
आवेदन प्रक्रिया (How to Apply for Goat Farming Scheme)
नजदीकी सरकारी पशु चिकित्सालय जाएं।
संबंधित अधिकारी से योजना की जानकारी प्राप्त करें।
आवेदन फॉर्म प्राप्त करें और सभी जानकारियाँ ध्यानपूर्वक भरें।
आवश्यक दस्तावेज़ों को आवेदन पत्र के साथ संलग्न करें।
आवेदन पत्र को पशु चिकित्सालय के मुख्य कार्यालय में जमा करें।
दस्तावेज़ सत्यापन के बाद पात्रता के अनुसार लोन और सब्सिडी स्वीकृत होगी।
Bakri Palan Yojana योजना से संबंधित अन्य महत्वपूर्ण जानकारियाँ
इस योजना में प्राथमिकता उन लोगों को दी जाएगी जिनके पास पूर्व में बकरी पालन का कोई अनुभव या प्रशिक्षण प्रमाणपत्र हो।
सरकार द्वारा समय-समय पर योजना से संबंधित प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए जाते हैं।
लाभार्थियों को पशुओं के स्वास्थ्य, टीकाकरण एवं पोषण संबंधी मार्गदर्शन भी प्रदान किया जाएगा।
बकरी पालन में दूध, मीट और खाद के रूप में तीन प्रकार से आय होती है।
बकरी पालन योजना 2025 बेरोजगार युवाओं के लिए एक सुनहरा अवसर है। यह न केवल उन्हें रोजगार देगा, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में भी एक अहम कदम है। यदि आप बकरी पालन व्यवसाय में उतरना चाहते हैं तो यह योजना आपके लिए एक मजबूत आधार साबित हो सकती है।
FAQs
प्रश्न 1: बकरी पालन योजना 2025 किस राज्य में लागू की गई है? उत्तर: यह योजना राजस्थान राज्य में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा शुरू की गई है।
प्रश्न 2: योजना के अंतर्गत अधिकतम कितना ऋण प्राप्त किया जा सकता है? उत्तर: इस योजना के तहत ₹5 लाख से ₹50 लाख तक का ऋण प्रदान किया जा सकता है।
प्रश्न 3: योजना में सब्सिडी कितनी मिलेगी? उत्तर: सामान्य वर्ग के लिए 50% तथा अनुसूचित जाति/जनजाति के लिए 60% तक की सब्सिडी दी जाती है।
प्रश्न 4: आवेदन करने के लिए क्या ऑनलाइन सुविधा है? उत्तर: फिलहाल योजना की आवेदन प्रक्रिया ऑफलाइन रखी गई है, जिसमें आवेदन निकटतम सरकारी पशु चिकित्सालय से करना होता है।
प्रश्न 5: क्या योजना में केवल युवा ही आवेदन कर सकते हैं? उत्तर: नहीं, इस योजना में राज्य के सभी बेरोजगार नागरिक, जिनकी आयु 18 वर्ष या उससे अधिक है, आवेदन कर सकते हैं।
प्रश्न 6: योजना के अंतर्गत कितनी बकरियाँ पालने पर ऋण मिलेगा? उत्तर: ऋण प्राप्त करने के लिए कम से कम 20 बकरी + 1 बकरा या 40 बकरी + 2 बकरे की संरचना आवश्यक है।
प्रश्न 7: क्या जमीन होना आवश्यक है? उत्तर: हाँ, आवेदनकर्ता के पास कम से कम 0.25 एकड़ भूमि होना अनिवार्य है।
प्रश्न 8: योजना के तहत आवेदन फॉर्म कहां से मिलेगा और कैसे भरें? उत्तर: आवेदन फॉर्म आपको पशु चिकित्सालय कार्यालय से मिलेगा। इसे सावधानीपूर्वक भरकर आवश्यक दस्तावेज़ों के साथ मुख्य कार्यालय में जमा करना होता है।